ह्रदय की अंधेरी नगरी में गुस्सा है
ह्रदय की अंधेरी नगरी में गुस्सा है
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बंदर चुपके से उदासी में वह आक्रामकता है जैसा बंजर में ये तेज़ मौसम.
खुदा इसी सूरज का रहा है
हृदय की प्यास से भरी लड़ाई का शब्दाजाल
द खुलेपन के साथ, वो ग़ज़लों को बुलाते हैं जो पानी से भी कहीं ज्यादा तेज़ हैं। सन्नाटे से भरी हुई, ये शायरी सच्चाई की ओर झुकती है, अपनी उदासी को छिपाकर रखना नहीं जानती।
ये हैं वो शब्द जिन्हें इरादे ने ढूँढा है, अपनी अनमोल किस्मतों को खुलकर दिखाते हैं।
जब गुस्सा हो तो उम्र भर का प्यार, खफा शायरी
दिल में बढ़ाना की आग जब उम्र भर का प्यार, वोसुनना नहीं होता। खफा शायरी में सच्ची भावना झलकती है। वो शब्द जो बोलने की बेकरारी से निकलते हैं, उनमें छिपी होती है एक सच्चाई का नमूना।
ह्रदय के रास्तों में गुस्सा तो आता ही रहता है, लेकिन प्यार की अग्नि भी उसी में घुली होती है। खफा शायरी कहानी सिखाती है कि प्यार और गुस्सा दोनों ही एक हैं, बस एक दूसरे का अन्य रूप।
खफा दिल की कहानी, खफा शायरी
एक नए जमाने के दिल में जब आशाएँ उगती हैं, तो भीषण गुस्सा भी छिप सकता है। यह एक अनोखी परिस्थिति जहाँ जज़्बे का एक रास्ता बनाता है। शायरी में , खफा दिल की आहटें सुनाई देती हैं , जैसे कि एक तूफ़ान ।
जरूरत नहीं है शब्दों की, खफा शायरी
शब्दों का संगम कभी-कभी चोट पहुंचा सकता है। जब गुस्सा बढ़ता, तो शायरी ही सही बात कहने का माध्यम बनती है। एक छपी हुई पंक्ति, खामोशी से भी धड़कनें सुना सकती है|
नज़र में समझ जाये, खफा शायरी
उम्र भर की ग़ुस्साए रूहों को मिटाने का काम करती है यह website खफा शायरी। हर पंक्ति एक भावना का जहर, हर शब्द एक दर्द भरा इल्ज़ाम। अनुभव करने वाले के दिल में उमंग का आग बुझाने वाली ये शायरी, जिसे एक बार सुनना ही काफी है।
- हाथों से पकड़
- रूह
- प्यार